महोदय,
मैं सुरेश नल्लावार prop. Suraj Agro Industries, MIDC, आजन्ति, हिंगणघाट cotton seed ऑइल मील के लिये आर्थिक वर्ष 2009 में वित्तिय बँक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया हिंगणघाट ब्रांच से कृषि आधारित CGTSME स्किम के अंतर्गत ₹ 50 लाख टर्म लोन,₹ 40 लाख कॅश क्रेडिट कर्ज लिया था।लेकिन मील का उत्पादन शुरू रहते ही फॅक्टरी परिसर में रखा हुआ कच्चामाल की गंजियो में आग FIRE की दुर्घटना दिनांक 12/04/2010 और दिनांक 10/05/2010 की दो घटना से बहुत ही ज्यादा आर्थिक नुकसान हुआ था।जिसके कारण मेरा खाता NPA में चला गया फिर भी मैने अपने good will के भरोसे उधारी में माल लेकर 2010-2011,2011-2012 दो सीजन में मील चलाया और बँक को ₹ 54 लाख 71हजार वापस देने पर भी मेरा कोई भी प्रस्ताव मंजूर नहीं किया उल्टा वसूली की कार्यवाही शुरू कर DRT नागपुर में केस दर्ज कर दिया है।दिनांक 29/11/2017 को E-auction का नोटिस दिया था जिसमे मील का आधार मूल्य base price ₹ 45 लाख रखा था और शर्ते प्रत्येक व्यक्ति बोली लगानेवाला ₹ 20000/- से कम की बोली अमान्य होगी।लेकिन बँक के अधिकारियों ने घूसखोरी कर ₹ 45 लाख में SSD Industries हिंगणघाट को बेचकर कब्जा दे दिया है।जिस पार्टी को बँक ने मेरा मील बेचा है वह पार्टी इसी बँक का भूतपूर्व डिफाल्टर पिछले15साल से कर्जदार था आज तक केस न्याय के लिए विचारदीन है।RTI नोटिस भेजने पर बँक ने जो जानकारी दी की E-auction में सिर्फ एक ही व्यक्ति ने बोली लगाई थी।क्या इस E-Auction को कौनसे कोर्ट में चैलेंज कर सकते हैं।कृपा कर मार्गदर्शन करें।
भवदीय
सुरेश नल्लावार
7588072309