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Rajat Sharma   05 May 2022

498a and 304b

सभी सम्मानित जनों को नमस्कार

मुझ पर 498a और 304b का आरोप तय कर न्यायालय ने ट्रायल प्रारंभ होकर अभियोजन साक्ष्य में चल रहा है।

मुझ पर धारा 306 विकल्प में नही रखी गई है तो क्या मुझे 304b प्रूव नही होने पर 306 में भी कॉन्विक्ट किया जा सकता है अथवा नहीं ?
कृपया कर मार्गदर्शन देने की कृपा करे।


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 2 Replies

Rama chary Rachakonda (Secunderabad/Telangana state Highcourt practice watsapp no.9989324294 )     06 May 2022

If F.I.R. was registered on a private complaint – a Magistrate can add additional sections after filing charge sheet by police : If F.I.R. was registered directly by police through information, a Magistrate can not add additional sections after filing charge sheet .

Rajat Sharma   08 May 2022

सर एफ आई आर मृत्यु कालीन कथन पर दर्ज हुई है। मृत्यु कालीन कथन पर मृतका ने ये बयान दिए है
''मुझे मेरी सास, ननद, पति ने परेशान किया। मेरे साथ गाली गलोच करते थे। मैं परेशान होकर अपने पीहर चली गई फिर मेरे माता पिता ने मुझे समझकर वापिस ससुराल भेज दिया। मैं बाजार से खुद सेल्फोस अनाज में डालने का कहकर ले आई और मेने खा लिया "
मृत्यु कथन के 3 दिन बाद मृतका के पिता ने दहेज संबंधी आरोप लगाकर एक प्रार्थना पत्र जांच पुलिस अधिकारी को दिया।

न्यायालय द्वारा 304बी में चार्ज लगा दिया है और अभी केस अभियोजन साक्ष्य में है।
तो क्या अब न्यायालय 304बी साबित नहीं हो पाने पर 306 आई पी सी में दंडित कर सकती है।

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