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naresh (Engg)     20 March 2016

Interim maintenance

Dear Respected Experts,

My sisters case was running in family court under section 125 and 2700/- as interim maintenance was awarded on dated 28-05-2013, opponent has paid upto one year there after not paying and now final order has also passed on 20-nov15. we had filed under 125(3) for obtaining the interim maintenance, three times recovery notices have been issued but opponent is not paying, they are mainaging police station as they are highly infulencing persons having control on police and approach upto high political links.

pls guide how to execute the court orders and obtain maintenece as sister is failing to survive her life.

Regards

Naresh



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 10 Replies


(Guest)

It looks like you guys married your sister only to get maintenance.

Well, I dont want to comment on that.

You can file for execution proceedings and see what happens.  If the husband is pauper then what can any court do?  Maximum sentence is 1 month for not paying maintenance either interim or permanent.

Apart from it, you can try to support her financially and also ask her to find job for herself.

naresh (Engg)     22 March 2016

आप लोगो से अcच्छे जवाब के लिये धन्यवाद, कोई भी व्यक्ति आसानी से गलत कमेन्ट दे सकता है उसमे उनका दोष नही है क्योकी उनकी बहन के साथ उसके ससुर ने दुष्कर्म का प्रयास नही किया होगा, बहन ससुर की हवस का शिकार बनने से नही बची होगी, बहन ने अपने आत्मसम्मान को सर्वोपरी नही रखा होगा, बहन को मारा पिटा नही गया होगा, बहन को घर से बेघर नही किया गया होगा, दुध पिते बच्चे आपकी बहन से नहि छिने होंगे, दबाव व चिन्ता मे आपके पिता अकाल मृत्यु नही हुई होगी, बहन के खाने के लाले नही पडे होंगे, फ़िर ससुर ने बहन के पति का मित्र बन कर छल कपट कर एक तरफ़ा तलाक नही करवाया होगा, ससुर ने भाई को मरवाने की सुपारी नही दि होगी, दस साल तक कोर्टो के चक्कर नही लगाये होगे, ससुर अपने गन्धी सोच मे कामयाब नही हो पाया , बहन ने अपने आप को इन दरिन्दो से बचाया और ससुर हार गया जिसका परिणाम बहन आज दो वक्त की रोटि के लिये सघर्ष कर रही है। जिसका उत्तर आप लोगो ने बहुत अच्छे तरह से दे दिया । धन्यवाद जी । आप लोगो ने इस प्रकार का उत्तर दिया ये आपका दोष नही है क्योकी ये आपकी मानसिक विकृति का परिणाम है जहा जिन्युईन बहने माताये भी आप लोगो के सोच की शिकार हो जाती है और उचीत न्याय नही मिल पाता है, एक बार सोचा तो होता लिखने से पहले ।

naresh (Engg)     22 March 2016

क्या लडकीयो को गाजर मुली समझा जाता है आप लोगो की निगाहो मे , मर्जी आये तो शादी कर ली और बेचारी अगर गलत बात का साथ नही दे तो उसके साथ अन्याय पर उतर आओ , अरे अपने ईगो को काबु मे रखो , बदले की भावना से मत जियो , आपको भी किसी नारी ने ही जन्म दिया है उसका तो ख्याल किया होता ।

naresh (Engg)     22 March 2016

आप जैसे लोग हेल्पीग हैन्ड हो ही नही सकते आप तो ब्रेकींग हैन्ड है

 

Prashanth G (Software Engineer)     22 March 2016

Hello Naresh,

I will accept with Helping Hand ,What is your Sisters Qualification ?What she is doing ?

Why she left her husband ?May i know the details ,so that i will help you in a better way .

Thanks ,

Prashanth


(Guest)

महाशय.

यह जो ओप्तिओंस दिए हैं ऊपर के साहब उसके इलावा और कोई ऑप्शन क़ानून के पास हे तोह मुझे भी बताओ.  मेरी भी बेहेन हैं जिसको ससुराल में रहने तकलीफ थी, क्युकी हमने बोहोत लाड प्यार से देक्बाल की उसका, जब वह हमारी बेहेन थी, ससुराल में ऐसे ही हो, इसका गारंटी नहीं हे.  

घर छोड़ के वो भी आई थी, पर चार कान के निच्चे लगाया तोह समझ आया उसको की ससुराल ही उसका असली घर हे.

कानुनी तौर पे वारंट निकली जासक टी हे.  १२५ (3) के तहत.  पकड़गया तोह १ महीने की होगी जेल.  उसके नाम पे कोई प्रॉपर्टी हो तोह उसको जप्त किया जासकता हे.

मैं भी तोह देखूं की और क्या सुविधाये हैं क़ानून के किताब में ?

बेहतर यही होगा की, अपनी बेहेन की ज़िन्दगी न ख़राब करते हुए उसके ससुराल को जाकर छोड़ के आओ, यही समझदारी होगी एक भाई होने के नाते.

वरना तुम और तुम्हारी बहन कुछ नहीं उखाडसकोगे उसके ससृराल वालों का.  समझे.


(Guest)

अगर इतनी ही तालक्लीफ हे तोह डाइवोर्स/तलाक करवालो अपनी बेहेन का और दूसरी शादी करवादो.  काहें मार पीट करवाएं अपनी बिटिया को?  लड़का पसंद नहीं उसके ससुराल वाले पसंद नहीं तोह डाइवोर्स ले लो, और अगर दूसरी शादी नहीं करवाना चाहते हो तोह रखो बिटिया को अपने घर में.  इसमें परेशानी क्या हे? 


(Guest)

और एक उपाय हे.
४९८अ केस करो.
डोमेस्टिक वायलेंस केस करो, प्वड़वा २००५ की तहत सेक्शन १९, २३ में केस करो.
वह भी करसकते हो.


(Guest)

मैं भी देखूं कोण मई का लाल के पास इससे ज्यादा उत्तर या समस्या का हॉल हैं इसके इलावा.

सब कुछ तोह तरय करलिया तुम लोगों ने.

रिश्ते का तोह बंद बजगय, और मेंटेनेंस की बात कररहे हो.  ससुराल में ठीक तरह से रहने नहीं होता तोह आगयी वापस, ठीक ठाक रहना दूसरों के घर गए तोह, वहां का कायदे क़ानून के मुताबित चलना.  अगर इतना ही तकलीफ हे तोह डाइवोर्स लेलो, कोण रोक के रखा हे?


(Guest)
Originally posted by : naresh
Dear Respected Experts,

My sisters case was running in family court under section 125 and 2700/- as interim maintenance was awarded on dated 28-05-2013, opponent has paid upto one year there after not paying and now final order has also passed on 20-nov15. we had filed under 125(3) for obtaining the interim maintenance, three times recovery notices have been issued but opponent is not paying, they are mainaging police station as they are highly infulencing persons having control on police and approach upto high political links.

pls guide how to execute the court orders and obtain maintenece as sister is failing to survive her life.

Regards

Naresh

You have already gone for 125(3), which is warrant issue, if he is caught he will go jail 1 month. If he not caught, NBW issue, then if caught go jail and wont get bail till magistrate approves.   If he has property, you will have to tell the court which property is in his name, that property will be auctioned and proceeds will be given to the wife.  


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