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Sachin Bhatia (Advocate)     20 September 2009

Beautiful Poem

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल

 

समझता है,

 

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल

 

समझता है,

 

मगर धरती की बेचनी को बस बादल

 

समझता है!

 

मैं तुझसे दूर केसा हु, तू मुझसे दूर

 

केसी है,

 

मैं तुझसे दूर केसा हु, तू मुझसे दूर

 

केसी है,

 

ये तेरा दिल समझता है या मेरा

 

दिल समझता है!

 

मोहब्बत एक एहसासों की पावन सी

 

कहानी है,

 

कभी कबीरा दीवाना था, कभी मीरा

 

दीवानी है!

 

यहा सब लोग कहते है मेरी आँखों में

 

आसू है,

 

यहा सब लोग कहते है मेरी आँखों में

 

आसू है,

 

जो तू समझे तो मोती है, जो ना

 

समझे तो पानी है!

 

समंदर पीर का अन्दर है लेकिन रो

 

नही सकता,

 

ये आंसू प्यार का मोती है इसको खो

 

नही सकता,

 

मेरी चाहत को ढुलान तू बना लेना

 

मगर सुनले,

 

मेरी चाहत को ढुलान तू बना लेना

 

मगर सुनले,

 

जो मेरा हो नही पाया वो तेरा हो

 

नही सकता!

 

भ्रमर कोई कुमुदनी पर मचल बेठा

 

तो हंगामा,

 

हमारे दिल में कोई खवाब पल बेठा

 

तो हंगामा,

 

अभी तक डूब कर सुनते थे सब

 

किसा मोहबत का,

 

मैं किस्से को हकीक़त में बदल बेठा

 

तो हँगामा,

 

मैं किस्से को हकीक़त में बदल बेठा

 

तो हँगामा!!!!



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 1 Replies

PJANARDHANA REDDY (ADVOCATE & DIRECTOR)     20 September 2009

BEAUTIFUL,KEEP IT UP


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