बाज़ार और व्यावसायिक इलाक़ो से दूर रहने के लिए लोग DDA की सोसाइटी मे जनता फ्लैट खरीदते हैं लेकिन दिल्ली मे DDA के सोसाइटी के भीतर ही फ्लैटों मे व्यावसायिक गतिविधियाँ धड़ाल्ले से चल रही हैं . DDA जनता फ्लैट में ग्राउंड फ्लोर के मकानो के आगे सरकारी ज़मीन पे अवैध क़ब्ज़ा करके दुकाने बना ली गई हैं जिनको व्यवसाय के लिए उपयोग किया जा रहा है और दुकानो को किराए पर उठा रखा है . DDA की इस सोसाइटी मे 500 जनता फ्लैट हैं जिनमे से कुछ फ्लटो मे किराए पर फ्लैट देने वालों से लेकर प्रॉपर्टी और रियल एस्टेट तथा किराने की दुकाने, मदर डेरी, सलून, रेस्टोरेंट, एवं क्लिनिक खुले हुए हैं और किराए पर उठा रखे हैं. इन दुकानो के आगे संबंधित प्रॉपर्टी डीलरों एवं दुकानदारों के नाम और फोन नंबर सहित बोर्ड भी लगे हैं. DDA ने ये मकान रहने के लिए दिए थे परन्तु इनका इस्तेमाल व्यवसायिक गतिविधियों के लिए हो रहा है. इससे अनजान लोगों की आवाजाही बढ़ गई है. सरकारी ज़मीन पे अवैध क़ब्ज़ा करके बनी इन दुकानो के बनने से सोसाइटी के लोगो, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को ख़तरा पैदा हो गया है और हमेशा जाम लगा रहता है क्योकि लोग ग़लत तरीके से दुकानो के आगे पार्किंग का इस्तेमाल करते हैं. किसी भी अनहोनी की स्तिथि मे DDA फ्लॅट्स के अंदर PCR 100 No. Ambulance, Fire Brigade, का आना नामुमकिन हैं . इस संबंध मे MCD, PWD, DDA South zone को कई बार शिकायत भी की गयी है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही इन अवैध दुकानों के खिलाफ नही की गयी है. Deputy Commissioner,एवं उनके सहयोगी Action Building, J.E Building, J.E. Maintenance MCD की इन दुकानदारों से मिलीभगत हैं. ये घोर लापरवाही है. MCD के अधिकारी पिछ्ले 6 महीनो से कोई कार्यवाही नही कर रहे है इनके खिलाफ क्या किया जाए और सब झूठी रिपोर्ट दे रहे है की ये दुकाने 20 साल पुरानी है तो इनको protection मिली है.