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raj kumar ji (LAW STUDENT )     02 September 2010

one day 148 case final?????????

 
 
 
 
 

  कैथल,अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश एके शौरी ने बुधवार को एक ही दिन में 148 केसों में फैसला सुनाकर नया रिकार्ड कायम किया। उन्होंने तीन दिन पहले ही कायम आंध्र प्रदेश के जूनियर जज जेवीवी सत्यनारायण मूर्ति द्वारा एक दिन में 111 फैसले सुनाने का रिकार्ड पार कर लिया। न्यायाधीश शौरी ने बुधवार को जिन मामलों में फैसले सुनाए उनमें 137 भूमि अधिग्रहण संबंधी विभिन्न याचिकाओं पर आधारित थे। इनमें मूंदड़ी गांव के 41, ग्योंग के 48, चाबा के 16, सेक्टर 18 कैथल के 18, डींग के पांच और बालू गांव का एक मामला शामिल है।

इन याचिकाओं के अलावा दो आपराधिक, मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चार, आपराधिक अपील, आपराधिक पुनर्विचार, सिविल अपील, हिंदू मैरिज एक्ट के तहत एक-एक मामला निपटाया गया। साथ ही किसी फैसले को लागू करने संबंधी इजराय भी निपटाई गई। जब राज्य सरकार किसी की भूमि अधिग्रहीत करती है तो दोनों पक्षों को सुनने के बाद सक्षम अधिकारी अवार्ड देता है। इस अवार्ड में मिली राशि बढ़ाने की मांग को लेकर ये 137 याचिकाएं राज्य सरकार ने निपटारे के लिए न्यायाधीश एके शौरी की अदालत में भेजी थी। न्यायाधीश शौरी ने पिछले महीने पहली अगस्त को 87 केस निपटाए थे। पूरे महीने में उन्होंने 223 केसों में फैसला दिया। न्यायाधीश शौरी ने पत्रकारों से बात करने से इनकार कर दिया।

अखिल भारतीय बार एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव और जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रणवीर पाराशर एडवोकेट ने एक ही दिन में रिकार्ड केसों में निर्णय पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि शीघ्र न्याय दिलाने की दिशा में न्यायिक अधिकारियों के ऐसे प्रयास आने वाले दिनों में कारगर साबित होंगे। बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन प्रताप सिंह, वरिष्ठ एडवोकेट रतनसिंह, मानसिंह एडवोकेट, रमेश गुप्ता एडवोकेट, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पीएल भारद्वाज ने भी सराहना की।



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 1 Replies

Jeetendra singh (Advocate)     02 September 2010

It is just a commedy. these are not contested cases. It is possible only with compromise.

Judges not take interests in complex cases. They only want to full their quota by hook or by crook.


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