Below are some of the poems written by Neelamji,
क्यूँ न पूछूं तुमसे, जो दौड़े जाते हो पैसे के पीछे
पागल हाथी से मस्त ,रौंदते हुए इंसानियत को अपने नीचे
इस तरह ज्यादा कमाओगे तोह क्या रोटी की जगह पैसे को खाओगे?
कपड़ो की जगह सोना चांदी पहनोगे!
और मकान की जगह अजायबघर बनाओगे !
रिश्तों की जगह जी हुजूरी करने वालों का मजमा लगाओगे?
कद बड़ा करने के लिए रुपये की सीढ़ी लगाओगे ?
धोखा दोगे,झूठ बोलोगे,
रुपये की हड्डी के पीछे भागोगे कुते की तरह और इस तरह रुपया कमाओगे
औरों की छोडो अपनी नज़र में गिर नहीं जाओगे?
कभी सोचा मरते वक़्त तुम्हारी कितनी ज़मीन ले जाओगे अपने संग?
तुम्हारी कितनी गाड़ियाँ ढोएंगी तुम्हारी मौत के बाद तुम्हारा तन?
अपनी कितनी पीढ़ियों का तुम इन्तेजाम करके जाओगे?
क्या गारंटी है की औलाद से ठगे नहीं जाओगे?
जो बोया है वो काटने नहीं आओगे?