I found this offensive comments about Mahatma Gandhi on News Paper comment section which I regularly follow,
Narendra Mertia: नाथु रम गोडसे को ज्यादा से ज्यादा एक हत्यारा कहा जा सकता है. उसने और किसी कोकोइ नुकसान नहीं पंहूचया था. मेरी राय में तो उसे गाँधी जी हत्या देश के बंटवाडे केपहले ही कर देनी थी, बाद में करने से उसके हत्या करने काकोइ प्रयोजन तो रहा नहीं था.
Narendra Mertia: जिन्ना देश का दुश्मन था. उसके और महात्मा गाँधी के कारण देश का बंटवाडा हुआ. हज़रोलोगो की हत्याए, आगजनी, लूट और बलात्कार हुए. ऐसे देश के दुश्मन की तस्वीर देश में ही किसी विस्व् विध्यालय में लगी रहे, यह देश द्रोहिता से कम नहीं है.
I did not feel well with this comment. Is there any remedy for such things in Cyber Law after removal of section 66A?? Or it just falls under right of experssion and user can write anything about respected well known figures without thinking sentiments of their followers??