मेरी पत्नी ने पुलिस की एफ आर के खिलाफ प्रोटेस्ट फाइल करके दहेज का मुकदमा खोला था | इस मुकदमे में हमने जमानत ले लीं है अब उसके CRPC 240 में बयान होने हैं | अभी तक उसने अपने बयान 240 CRPC में नहीं दिए हैं | अभी तक सिर्फ तारीखें ही पद रहीं थी |
अभी हम लोगों में समझौता हो गया है | इसके अनुसार पत्नी अपनी तरफ से तलाक फाइल करेगी और दहेज वाला मुकदमा भी सैशन कोर्ट में बयान देकर वापस लेगी | वो अपनी तलाक की पेटीशन में ये बातें लिखेगी-
- यह कि पिटीशनर का विवाह ----- के साथ हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार दिनांक ----------------- में बिना किसी दान दहेज, बिना लेन-देन के सम्पन्न हुआ था |
- यह कि पिटिशनर ने आजीवन भरण पोषण, इस तलाक के निपटारे तथा पति की समस्त चल अचल संपत्ति में से अपने के हिस्से के रूप में, एक मुश्त धनराशि --------------ड्राफ्ट द्वारा प्राप्त कर ली है |
- यह कि पिटीशनर ने नासमझी में अपने पति व उसके परिवार वालों के खिलाफ एक फौजदारी मुकदमा (मु०अ०सं० -- प्र०सू०सं० --) अंतर्गत धाराओं - 498A,323,504,506,313 ता०हि० व ¾ दहेज़ अधिनियम में महिला थाना -------- में दर्ज करवाया था | यह मुकदमा वर्तमान में माननीय ACJM न्यायालय ------ में मुकदमा संख्या --------- दर्ज है तथा विचाराधीन है | ACJM न्यायालय में विचाराधीन इस मुकदमे में पिटीशनर नम्बर स्वतन्त्र रूप से, स्वयं की मर्जी से बिना किसी दबाव या जबरदस्ती के, आगे भविष्य में किसी तरह की कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं करना चाहती है तथा इस मुकदमे को समाप्त/खारिज करवाना चाहती है | इस तलाक की पिटीशन में तलाक का आदेश होने से पूर्व पिटीशनर इस मुकदमे तथा सम्बंधित एफ.आई.आर. दोनों को सक्षम न्यायालय से खारिज करवाएगी | सक्षम न्यायालय }aakरा मुकदमा तथा एफ.आई.आर. दोनों को खारिज करने के आदेश की सत्य प्रति इस न्यायालय श्रीमान के माध्यम से पति को सौंप देगी |
- यह कि पिटीशनर एक उच्च शिक्षित महिला है उसकी शैक्षिक योग्यता एम०एस०सी० तथा बी०एड० है | वह अपने स्वयं का निर्वहन करने में स्वयं सक्षम है | दिनांक ----- को अपने मायके ------ आने के बाद से पिटीशनर लगातार शिक्षिका के रूप में कार्यरत रही है | वर्तमान में भी वह राजकीय उच्च प्राथमिक वि|kलय -------- में शिक्षिका के रूप में कार्यरत है |
- यह कि पिटीशनर ने पति व उसके परिवार वालों से अपना समस्त स्त्रीधन जेवर आदि प्राप्त कर लिए हैं, अब कुछ भी लेना देना शेष नहीं है |
- यह कि तलाक की आदेश/ डिक्री के पश्चात पिटीशनर किसी भी प्रकार का भरण पोषण, अपने स्त्री-धन अथवा पति की चल अचल संपत्ति में से अपना हिस्सा प्राप्त करने की अधिकारी नहीं रहेगी और ना ही भारतवर्ष में किसी भी न्यायालय में भरण पोषण, स्त्री-धन अथवा पति की चल अचल संपत्ति में हिस्सा प्राप्त करने हेतु कोई वाद दायर करेगी |
- यह कि पिटिशनर इस तलाक के आदेश के खिलाफ भविष्य में कभी किसी भी न्यायालय में कोई अपील नहीं करेगी तथा ना ही भविष्य में पति के खिलाफ कभी भी किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्यवाही करेगी | पिटिशनर के कोई सम्बन्धी-गण भी विपक्षियों के खिलाफ भविष्य में कोई कानूनी कार्यवाही नहीं करेंगे | इस तलाक की पिटीशन में वर्णित जिन सभी लंबित मुकदमो को पिटिशनर सक्षम न्यायालय से खारिज करवाएगी, भविष्य में उन सभी खारिज हुए मुकदमो को पुनः खोलने के लिये पिटिशनर भारतवर्ष में किसी भी न्यायालय में अपील नहीं करेगी |
- यह कि पिटिशनर्स }kरा स्वतन्त्र रूप से, अपनी स्वयं की मर्जी से, बिना किसी दबाब या जबरदस्ती के यह पिटीशन न्यायालय श्रीमान में प्रस्तुत किया गया है |
- यह कि पिटिशनर की कोई संतान नहीं है |
- यह कि यह वाद प्रस्तुत करने में पिटिशनर की दुरभि संधि नही है |
- यह कि पिटिशनर्स निम्नलिखित अनुतोष हेतु प्रार्थना करते है-----------------------
महोदय मैं जानना चाहता हूँ की-
- पत्नी अपना दहेज वाला मुकदमा सैशन कोर्ट में बयान देकर वापस लेगी | और उसकी सत्य प्रति फैमली कोर्ट के माध्यम से पुनः सत्यापित होकर मुझे मिलेगी | तो इसमें क्या वो दोबारा से कोई चीटिंग तो नहीं कर पाएगी? (क्योंकि वो प्रति दो कोर्ट्स से सत्यापित हो जाएगी)
- क्या पत्नी से सैशन कोर्ट में दहेज वाले मुकदमे को खारिज करवाने की पेटीशन सबसे पहले फाइल करवाई जाये और उसका पेटीशन नम्बर मिलने के बाद वो पेटीशन नम्बर तलाक वाले पेटीशन में डलवाया जाए और उसके बाद तलाक वाली पेटीशन फाइल करवाई जाये?(जिससे कि पत्नी बाद में दहेज वाले मुकदमे में मुकर ना पाए)
- जिस दिन वो तलाक की पेटीशन फाइल करेगी उसी दिन मुझे पैसा ड्राफ्ट से उसकों देना है | क्या पैसा उसी दिन देना सही रहेगा? (क्योंकि उस दिन वो तलाक की पेटीशन फाइल करेगी, उसी दिन दहेज वाले मुकदमे को खारिज करवाने के लिये सैशन कोर्ट में बयान नहीं हो पाएंगे सिर्फ सैशन कोर्ट वाली पेटीशन का नम्बर मिलेगा जो की तलाक वाली पेटीशन में डाला जायेगा)
- क्या तलाक का केस फाइल होने के बाद तलाक मिल जायेगा? (यदि पैसा लेने के बाद वो मुकदमे में नहीं आती है या केस बंद कर देती है )
- यदि वो पैसा लेने के बाद दहेज वाले केस को खारिज करवाने के लिये सैशन कोर्ट में न जाये तो क्या मैं दहेज वाले केस को खारिज करवा सकता हूँ?
महोदय कृपया उचित सलाह देने का कष्ट करें |