Service matter
Querist :
Anonymous
(Querist) 09 March 2019
This query is : Resolved
आदरणीय महोदय
मैं नरेंद्रदेव मझवार, राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कल्याणपुर कानपुर में तकनीकी सहायक के पद पर मार्च 1996 में संस्थान को सेवा देने के वास्ते जॉइन किया था मेरा इसी पद पर कंफर्मेशन का आदेश दिसंबर 2000 में कर दिया गया तथा मेरा प्रमोशन दिसंबर 2002 में वरिष्ठ तकनीकी सहायक के पद पर हो गया तत्पश्चात संघ लोक सेवा आयोग नई दिल्ली के द्वारा छपे राष्ट्रीय शर्करा संस्थान के विज्ञापन में कनिष्ठ तकनीकी अधिकारी के पद पर मेरा चयन संघ लोक सेवा आयोग से हो गया जो कि आरक्षित श्रेणी का पद था मैंने दिनांक 1 फरवरी 2014 में कनिष्ठ तकनीकी अधिकारी के पद पर ज्वाइन कर लिया यह पद परमानेंट प्रकृति का था जिस पर मात्र 1 वर्ष का परिवीक्षा काल वर्णित था इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने मेरी जाति प्रकरण को लेकर फर्जी एवं झूठी शिकायतें करना चालू कर दिया शिकायतकर्ताओं से हमारे संस्थान के निदेशक की मिलीभगत हो गई और नतीजा यह हुआ कि हमको दिनांक 24.6.2016 को बर्खास्त कर दिया गया चूँकि शिकायतकर्ताऒं से निदेशक की मिलीभगत होने की वजह से उन्होंने हमारा नया कन्फर्मेशन ऑर्डर ढाई वर्ष तक नहीं निकाला बल्कि निदेशक ने स्वयं विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारियों से अनुरोध करके हमारी बर्खास्तगी को कंफर्म करवा दिया मेरा संपूर्ण मामला जिला स्तरीय जाति प्रमाणिकरण समिति के समक्ष गया वहां से भी हमारा जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया तत्पश्चात संपूर्ण मामला कमिश्नर लखनऊ के कार्यालय में प्रदेश स्तरीय जाति प्रमाणिकरण समिति के समक्ष गया वहां से मेरी अपील अपील को स्वीकार करके जिला स्तरीय समिति का निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि प्रार्थी का जाति प्रमाण पत्र को कुछ बिंदुओं के तहत कंसीडर करके कंफर्म किया जावे इधर निदेशक ने हमारी बर्खास्तगी से खाली हुए पद को संघ लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली के माध्यम से भर लिया गया है जब मेरा जाति प्रमाण पत्र सत्य व सही घोषित कर दिया गया है तो क्या मेरी जॉइनिंग राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कल्याणपुर कानपुर में पहले की भांति संपूर्ण सुविधाओं सहित कनिष्ठ तकनीकी अधिकारी के पद पर हो सकती है अथवा नहीं
नरेंद्र देव 15, गंगा नगर सहकारी आवास समिति, नवाबगंज,कानपुर, मोबाइल नंबर 9415429330
KISHAN DUTT KALASKAR
(Expert) 09 March 2019
Dear Sir,
It pertains to service matter and you must not view it lightly. Please choose a well versed advocate practicing on civil side and file a petition or Writ Petition before Service Tribunal or High Court.
Please mark “LIKE” if satisfied by my answer.
Isaac Gabriel
(Expert) 09 March 2019
Why not post it in English with identity so that you can get more response.
Sudhir Kumar, Advocate
(Expert) 10 March 2019
दिए हुए तथ्य यही दर्शाते हैं की सम्भवत: आप पूरी बाजी हार चुके हैं|
आपने तथ्य काफी अस्पष्ट लिखे हैं, प्रतीत होता है की :-
(क) आपका जाति प्रमाणपत्र सही नहीं था
(ख) जिला स्तर समिति ने शिकायत होने पर जांच की और प्रमाणपत्र रद्द कर दिया
(ग) कलेक्टर के पास अपील करने पर भी प्रमाणपत्र बहाल नहीं हुआ है
(घ) इस प्रमाणपत्र के आधार पर दिया गया आरक्षित पद आपसे वापिस ले लिया है
(च) यदि प्रमाणपत्र रद्द न होता तो विभाग के अधिकारी भले ही (जैसा आप मानते हैं) आपके के खिलाफ भी होते तो कुछ नहीं बिगाड़ सकते थे
आपने यह कतई नहीं बताया है की आपको बर्खास्त करने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गयी | लेकिन प्रक्रिया कोई भी रही हो परन्तु प्रकरण का मेरिट देखें तो पर आज आपके पास प्रमाणपत्र नहीं है |
विभाग ने मामला काफी हलके में लिया लगता है| प्रतीत होने वाले तथ्य आपके खिलाफ FIR का पर्याप्त आधार दे रहे हैं| जिस निदेशक को आप शिकायकर्ताओं से मिला हुआ मान रहे है वह आपपर दयावान रहा है
P. Venu
(Expert) 10 March 2019
Yes, can you try to make the posting in English.