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Section 112/117

Guest (Querist) 24 October 2012 This query is : Resolved 
श्रीमान महोदय,

मुझे कानूनी सलाह चाहिए जिसमे मुझे एक वरिष्ट पुलिस उपनिरछ्क द्वारा फसाया गया है , और मुझे मारा व पिटा गया है । कल रात 9 बजे की घटना है , मेरे घर के नजदीक में पुलिस स्टेशन है और वहा पर कल रात्रि रामलीला हो रहा था । मैं अपने दोस्त के साथ घर आ रहा था । जैसा की मेरे घर के रश्ते में पुलिस स्टेशन आता है और उसी समय वहा पर रामलीला भी हो रहा था और बहूत भीड़ भी थी । उसी समय मेरे दोस्त ने जोर से चिललाकर कह दिया की " जागते रहो " इतने में वहा पर ड्यूटी के समय उपस्थित वरिष्ट पुलिस उप निरिछक ने सुन लिया तब तक उन्होंने कुछ भी नहीं किया हम लोग वहा से कुछ दूर चले गए थे कुछ समय बाद पुलिस साहेब ने कुछ कांस्टेबल को भेजकर मुझे और मेरे दोस्त को बुलाया गया और पुलिस स्टेशन में अन्दर ले जाकर मारने लगे और कह रहे थे की पुलिस वालो का मजाक उड़ाते हो और कहते हो " जागते रहो " इतना कहने पर की हम लोगो ने आपको देखकर नहीं कहा था इतने पर उनको और गुस्सा आ गया और फिर तो उन्होंने मुझे डंडे और लात (पैर ) से मरने लगे । कुछ समय के बाद पुलिस ने मुझे और मेरे दोस्त को पुलिस हेड ऑफिस में ले गयी , ले जाते समय पुलिस गाड़ी में 3 स्टार पुलिस अधिकारी ने भैया और यू पी वाला कहकर गाली देने लगे और कह रहे थे की तुम्हारे नाम पर ऐसा सिकायत ( एफ . आइ . आर ) दर्ज करेंगे की कही तुम भैया लोगो को नौकरी भी नहीं मिलेगी और तुम लोग तो चरित्र सर्टिफिकेट के लिए यहाँ आओगे न तो देख लेंगे कैसे मिलता है यह सब कहकर और माँ -बहन की अश्लील गालिया देकर महिला पुलिस के सामने मजाक उडा रहे थे और हमें डरा रहे थे । इसके बाद जब हमें पुलिस स्टेशन ले गए तो रात के 1:30 बजे तक हमारे खिलाफ कोई सिकायत नहीं लिखी और हमें लॉकअप में बंद करके रखा था । जब हमारे परिवार वाले वहा पर पहुचे तो उनके साथ बड़े कठोरपन के साथ बर्ताव कर रहे थे और कह रहे थे की साले लोगो को कही नौकरी भी नहीं मिलेगी । अंतत: रात को 2:00 बजे मुझे और मेरे दोस्त को 1250-1250 रुपये के दंड वस्लुकर छोड़ दिए और उसकी रसीद भी दी है । परन्तु मेरा कहना यह है की हमने उस वरिष्ट अधिकारी को देखकर ऐसा कुछ नहीं कहा हमने माफी भी मांगी पर अधिकारी सुनाने को तैयार नहीं थे । उन्होंने हमारे खिलाफ धारा 112/117 के अंतर्गत सिकायत दर्ज करके छोड़ दिया है और कोर्ट में जाने के लिए कहा है ।

1) मैं आप लोगो से ये जाना चाहता हु की मैं ऐसे वरिष्ट अधिकारी के खिलाफ अपनी सिकायत कहा और कैसे दर्ज करू ? और उसका प्रारूप क्या होगा ?
जैसा की वरिष्ट अधिकारी को " जागते रहो " बात से चिढ आ गयी थी का मतलब है की वो अपने ड्यूटी पर सो रहे थे और हमने उनके सोने पर मजाक उड़ाया है अतः मुझे ये बताइए की क्या " जागते रहो " एक गाली है ? या पुलिस वालो के लिए अपमान जनक (सूचक ) शब्द है और यदी ऐसा नहीं है तो कल भविष्य में इन्कलाब जिंदाबाद, वन्देमातरम और भारत माता की जय जैसे स्लोगन कहने पर पुलिस स्टेशन जाना पड़ेगा ।

2)मुझे कोर्ट में हाजिर होना है अतः : मुझे ये बताइए की क्या मैं इस शब्द को लेकर अपना गुनाह कबुल करू या मैं उस अधिकारी के खिलाफ सिकायत दर्ज करु ?
3) उस अधिकारी ने मुझे पुलिस स्टेशन में लात से मारा है और मुझे अपमानित किया है क्या मैं इसके साथ अपनी मानहानि का दावा बिना किसी वकील के कर सकता हु ? 4) क्या मुझे अपने बचाव के लिए सरकारी वकील मिल सकते है ??
4) क्या लात से मारना हमारे मनवा अधिकार आयोग में छुट है यदि नहीं तो क्या इसकी सिकायत मानवा अधिकार आयोग में की जा सकती है ???
5) क्या वरिष्ट अधिकारी माँ - बहन की कठोर गाली देकर अपमानित करे तो उसे सहन कर लेना चाहिये ??
6)पुलिस द्वारा झूठे मामले में फसाने की धमकी देने के बारे में कैसे और कहा सिकायत दर्ज करानी चाहिये ???
7) क्या मैं बचाव के लिए पुलिस स्टेशन में लगे cctv कैमरे की फुटेज ले सकता हु जन सुचना के अधिकार के अंतर्गत ले सकता हु ।

यदि ऐसा है तो कृपया जानकारी उपलब्द कराये ।

धन्यवाद !!!!
Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 24 October 2012
kya koee FIR darj hua hai
Guest (Querist) 24 October 2012
Dear Sudhir sir, there is no fir lodged against me but they leave after taking fine of RS. 1250/ and they told me to go to court within 1 week i have receipt. They have booked this case under 112/117.
Guest (Querist) 24 October 2012
kya main iske khilaf us adhikari ke khilaf manhani ka mamla darj kar sakta hu. please reply me.
Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 25 October 2012
have yopu executed any bond.

lagta hai tumkop thodi si rishvat lekar chhod diya gaya hai.
Guest (Querist) 25 October 2012
nahi sir, mujhe uski rasheed di gayi hai Rs. 1250 ki aur mujhe court me jaane ke liye kaha hai . kripya aap apka no. de sakte hai to main apko apni samsya bata saku.
Sudhir Kumar, Advocate (Expert) 25 October 2012
sthaneey vakil se milo. court mein kab ki tareekh hai.


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