झूठा मुकदमा से बचने के उपाय व बचाव पक्ष
Santosh Singh
(Querist) 13 October 2018
This query is : Resolved
आदरणीय सर,
कृपया निम्न तथ्यों पर उचित मार्गदर्शन एवं बचाव हेतू उचित सलाह देवे |-
मै अपनी माँ पत्नी और दो बच्चो के साथ रहता हू, जिस घर में अभी रह रहा हूँ वो माँ के नाम पर है,मै एक प्राइवेट कंपनी माइक्रो फाइनेंस में कार्य करता हू, मेरी पत्नी ग्रहणी है, मेरी बहन की शादी हो चुकी है, मेरी माता जी पेंशनर है उनको हर महीने 8000 हजार रूपए पेंशन मिलती है, जिस घर में हम लोग रहते है उसे मैंने होम लोन लेकर बनाया है, उसकी क़िस्त अभी भी हर महीने दे रहा हूँ, परन्तु मेरे जीजा और बहन ने मेरी से उस घर की वसीयत अपने नाम पर करवा ली है, इसी बात को लेकर मेरी माँ और मेरे बीच विवाद (बात चीत) होता रहता है, मेरे जीजा और मेरी बहन ये चाहते है की मै अपनी बीवी और बच्चो को लेकर उस घर को छोड़कर कहीं और चला जाऊ, मेरी माँ भी उन्ही का पक्ष लेकर यही कहती है, मैंने मकान में अपने हिस्से को लेकर माननीय न्यायलय में मुकदमा दायर किया है, जिसकी पेशी न्यायलय में चल रही है| मेरी बहिन और जीजा ने माँ को अपने घर ले जाकर मेरे ऊपर "माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम, २००७" के तहत मेरी माँ से भरण पोषण के लिए मुकदमा एस. डी.एम के यहाँ लगवाया है, औअर साथ साथ राज्य महिला आयोग में झूँठी शिकायत ये की है की मैंने उन्हें घर से मार पीट कर हटा दिया है, साथ साथ और भी कई जगह पे ऐसी ही झूठी शिकायते की है |
मेरी हर महीने सैलरी से तीस हजार रूपए बैंक की क़िस्त, बच्चो की स्कूल फीस और घर के खर्च में चला जाता है उसके बाद मुश्किल से तीन चार हजार रूपए बचते है जो की पूरे महीने का खर्च चलाने के काम आते है, मेरी माँ अपनी पेंशन से अपना भरण पोषण करने में समर्थ है, परन्तु "माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम, २००७" के तहत मुझे परेशान और मुझसे भरण पोषण की राशि लेने के लिए ये फ़र्ज़ी केस दाखिल किया है, मै अपना और अपने बच्चो का भरण पोषण सही तरीके से नहीं कर पा रहा हू, क्यूंकि प्राइवेट नौकरी में कार्य के प्रेशर के चलते नौकरी कब छूट जाए कोई भरोसा नहीं है, मै काफी मानसिक परेशान हू, कृपया कर के उचित मार्गदर्शन दें |
आवेदक
संतोष सिंह

Guest
(Expert) 13 October 2018
Some very crucial facts about background of the case seems to have not been disclosed by you in your query.
Sudhir Kumar, Advocate
(Expert) 13 January 2019
जब मालकियत आपकी माँ के नाम है तो आपको बैंक लोन मिल कैसे गया| स्पष्ट करें की कहीं लोन किसी मीठे वचन पर तो आधारित नहीं है |
anyway
अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने वाले की रक्षा कानून नहीं कर सकता