माता – पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम
Santosh Singh
(Querist) 17 June 2019
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आदरणीय सर,
मेरी माता जी एक पेंशनर है उन्हें परिवार कल्याण पेंशन 10000 (दस हजार) रूपए प्रतिमाह प्राप्त होती है, मेरी माँ मेरी बहन और बहनोई के बहकावे में आकर मेरे ऊपर "माता – पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम, 2007" के तहत SDM न्यायालय में बहन के यहाँ जाकर मुकदमा दर्ज किया है | उन्होंने अपने आप को बेसहारा बुजुर्ग लाचार बताकर यह मुकदमा दर्ज किया है, उन्होंने भरण पोषण, इलाज, सहायिका आदि के लिए खर्चे की मांग की है और साथ ही मुझे और मेरे बीवी बच्चो को घर से हटाए जाने की मांग की है, जबकि उस घर पर मैंने होम लोन लिया है संयुक्त में माँ के साथ और उसकी हर महीने सात हजार रूपए की क़िस्त मै हर महीने पिछले सात साल से चुकाता आ रहा हु, मेरी माँ उस प्रॉपर्टी को बहन और बहनोई को देना चाहती है इस वजह से वो ये सब कर रही है, उसी प्रॉपर्टी पर मेरा मेरी माँ और बहिन से अपने हिस्से को लेकर माननीय न्यायालय में मुकदमा भी चल रहा है | कृपया अपना महत्वपूर्ण सुझाव देवे एवं मेरे लिए राहत कैसे मिलेगी वो भी बताने का कष्ट करें |
प्रेषक
संतोष सिंह
Sudhir Kumar, Advocate
(Expert) 18 June 2019
आपने होम लोन बैंक के समक्ष संपत्ति के पूर्ण स्वामित्व को दिखाकर लिया था या फिर .................?
Sudhir Kumar, Advocate
(Expert) 18 June 2019
वरिष्ठ नागरिक अधिनियम में पत्नी बच्चों को घर से निकाले जाने का कोइ प्रावधान नहीं है
आपकी मां द्वारा ऐसा करना आपकी पत्नी के प्रति पारिवारिक हिंसा है आपकी पत्नी उनपर मामला दर्ज करवाए