LCI Learning

Share on Facebook

Share on Twitter

Share on LinkedIn

Share on Email

Share More

ANEESH TRIVEDI (ADVOCATE) (Advocate)     03 February 2014

हाईकोर्ट का फैसला: बेवजह पति का घर छोड़ा तो कोई गुजारा-भत्ता नहीं

हाईकोर्ट का फैसला: बेवजह पति का घर छोड़ा तो कोई गुजारा-भत्ता नहीं

उर्वी महाजनी | Feb 03, 2014, 07:12AM IST
 
Email Print Comment
हाईकोर्ट का फैसला: बेवजह पति का घर छोड़ा तो कोई गुजारा-भत्ता नहीं

मुंबई. यदि पत्नी ने बिना किसी ठोस या उचित कारण के पति का घर छोड़ा है तो उसे गुजारा भत्ता पाने का हक नहीं है। बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद बेंच के जस्टिस अभय ठिप्से ने यह व्यवस्था दी है। पति ने ट्रायल कोर्ट में गुजारा भत्ता की याचिका पर चल रही सुनवाई को चुनौती दी थी। 

पति के वकील मिलिंद जोशी के मुताबिक दंपती की शादी अप्रैल-2003 में हुई थी। महिला ने शादी के डेढ़ साल बाद ही पति का घर छोड़ दिया था। पति ने उसे इसके लिए उकसाया नहीं था। पति ने उसे घर वापस बुलाने के लिए नोटिस भेजा। इस पर कोई जवाब नहीं मिला तो उसने फैमिली कोर्ट में वैवाहिक अधिकारों को लेकर याचिका दाखिल की। इस बीच, पत्नी ने गुजारा भत्ता हासिल करने के लिए याचिका दाखिल कर दी।

फैमिली कोर्ट ने जुलाई 2006 में पति की याचिका स्वीकार कर पत्नी की अर्जी खारिज कर दी।  पत्नी ने वैवाहिक अधिकारों से जुड़े फैसले को चुनौती दी, जो खारिज हो गई। पत्नी ने घर लौटने से इनकार कर दिया तो पति ने क्रूरता के आधार पर तलाक की अर्जी दे दी। 16 मार्च 2009 को तलाक भी मिल गया। लेकिन पत्नी ने फिर गुजारा-भत्ते के लिए आवेदन दे दिया। उसने कहा कि तलाक के बाद उसे गुजारा-भत्ता मिलना चाहिए। इसे खारिज करने के लिए पति ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। 

No compensation for divorced, says Bombay High Court

 
Dailybhaskar.com   |  Jan 18, 2014, 12:49PM IST
 
 
Nagpur: The divorcee of a deceased husband is not entitled to receive compensation upon her husband's death, ruled Bombay High Court.
 
The court was hearing an appeal filed by Suparna where she had challenged the decision to divide the compensation received, after her husband Sunil's death, between her and his divorced first wife Arpita.
 
"A widow is a woman whose husband is dead and who has not married again. A man is husband of a woman only as long as there is no snapping of matrimonial relations by a divorce or dissolution of marriage or death," Justice Sunil Shukre ruling was quoted on the Times of India.



Learning

 3 Replies

ANEESH TRIVEDI (ADVOCATE) (Advocate)     03 February 2014

read full in

https://www.bhaskar.com/article/MH-MUM-the-husband-left-the-house-for-no-reason-no-maintenance-no-allowance-4510768-NOR.html

Yadanand Legal help (maintenance divorce remarriage = yourscrew@gmail.com)     03 February 2014

Yes in most of the cases just judgements are possible if proper case is conducted in courts.

People are writting blogs making jokes of such efforts or otherwise expecting people to unite is of no use.

Individual proper action has to be taken in courts to achieve these objectives.

Join us at whatup for proper steps.

 

 

1 Like

ANEESH TRIVEDI (ADVOCATE) (Advocate)     06 February 2014

Now over this lot of citation are available


Leave a reply

Your are not logged in . Please login to post replies

Click here to Login / Register